Reality of Quantum Theory in spiritual science :-


क्वांटम का मतलब फोटोन का एक पैक होता है। एक फोटॉन क्वांटम का एक उदाहरण है, जो ऊर्जा या पदार्थ का एक अलग पैकेट है। फोटॉन विद्युत चुम्बकीय तरंगों से बना एक छोटा कण है। उनका कोई द्रव्यमान नहीं है और कोई आवेश नहीं है। आप इन्हें प्रकाश ऊर्जा के एक छोटे पैकेट के रूप में सोच सकते हैं। फोटॉन एक परमाणु नहीं है . फोटॉन प्रकाश के छोटे कण होते हैं जो कणों और तरंगों के रूप में एक साथ काम करते हैं  जबकि एक परमाणु प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉनों से बनी किसी भी साधारण से पदार्थ की सबसे छोटी घटक इकाई है जिसमे एक रासायनिक तत्व के गुण होते हैं। हर ठोस, तरल, गैस, और प्लाज्मा तटस्थ या आयनन परमाणुओं से बना है। सबसे छोटा परमाणु 
हाइड्रोजन है, इसका परमाणु संख्या एक है। फोटॉन आकार में परमाणुओं से बहुत छोटे होते हैं और उनका मापने योग्य द्रव्यमान शून्य होता है। परमाणु से छोटा उपपरमाण्विक कण वे कण होते हैं जो परमाणु से छोटे होते हैं। प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और इलेक्ट्रॉन एक परमाणु में पाए जाने वाले तीन मुख्य उपपरमाण्विक कण हैं। सबसे भारी कण न्यूट्रॉन है,बल्कि इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन या न्यूट्रॉन से बहुत छोटे होते हैं। प्रोटॉन और न्यूट्रॉन और भी छोटे कणों से बने होते हैं जिन्हें क्वार्क कहा जाता है। 
एक फोटॉन में शून्य क्वार्क होते हैं। क्वार्क विद्युत-आवेशित कण होते हैं, जो अन्य कणों की तरह उत्तेजित होने पर विद्युत चुम्बकीय विकिरण (फोटॉन) छोड़ते हैं। क्वार्क में धनात्मक या ऋणात्मक विद्युत आवेश हो सकता है (जैसे प्रोटॉन और न्यूट्रॉन)। ग्लूऑन में कोई विद्युत आवेश नहीं होता है । क्वार्क और ग्लूऑन दोनों में चार्ज की तीन अतिरिक्त अवस्थाएँ होती हैं: सकारात्मक और नकारात्मक लालिमा, हरापन और नीलापन। ये तथाकथित रंग आवेश केवल नाम हैं - इनका वास्तविक रंगों से कोई संबंध नहीं है। क्वार्क को उनके फ्लेवर से जाना जाता है और यह छ्: प्रकार के होते हैं:-अप क्वार्क, चार्म क्वार्क और टाप क्वार्क ये तीनोक्वार्क अप-टाइप क्वार्क हैं और डाउन क्वार्क, स्ट्रेन्ज क्वार्क और बाटम क्वार्क ये तीनो क्वार्कडाउन-टाइप क्वार्क कहलाते हैं। अप और डाउन क्वार्क का द्रव्यमान सभी क्वार्को में सबसे कम होता है। भारी द्रव्यमान वाले क्वार्क, द्रव्यमान के क्षय के कारण तेजी से अप व डाउन क्वार्क में परिवर्तित होते हैं, क्योंकि अप व डाउन क्वार्क साधारणतया स्थायी होते हैं और ब्रह्मान्ड में सबसे अधिक पाये जाते हैं। अगर एक मानव में परमाणु की गणना करे तो 70 किलोग्राम के एक सामान्य मानव के लिए, लगभग "सात अरब अरब अरब" परमाणु होंगे। इसमें से लगभग 2/3 हाइड्रोजन, 1/4 ऑक्सीजन, लगभग 1/10 कार्बन, नाइट्रोजन, कैल्शियम और फास्फोरस होते हैं। केवल 1% अन्य पांच तत्वों से बना है: पोटेशियम, सल्फर, सोडियम, क्लोरीन और मैग्नीशियम जैसे कार्बन, ऑक्सीजन और हाइड्रोजनशर्करा, प्रोटीन, वसा, डीएनए, मांसपेशी ऊतक, आपके शरीर में लगभग हर चीज का मुख्य घटक है। आप जानते है कि हर ठोस, तरल, गैस, और प्लाज्मा तटस्थ या आयनन परमाणुओं से बना है। अगर कोई जीव मार जाता है तो उस जीव के शरीर में उपस्थित हर ठोस, तरल, गैस, और प्लाज्मा जलकर तटस्थ या आयनन परमाणुओं में बदल जाता है। जैसे हमारे शरीर में उपस्थित कार्बन, कार्बन डाइऑक्साइड, फास्फोरस, पोटेशियम, सल्फर, सोडियम, क्लोरीन, मैग्नीशियम, ऑक्सीजन, हाइड्रोजन और नाईट्रोजन इत्यादि सभी जल कर आयनन परमाणुओं में परिवर्तित हो जाते है क्योंकि इन सभी के परमाणु पृथ्वी, प्रकृति और हवा में पाए जाते है। जिस प्रकार कार्बन और रेत (SiO2) के अंदर सिलिकॉन छिपा 
होता है, उसी प्रकार मानव के कार्बनिक शरीर के अंदर सिलिकॉनिक आत्मा है जो पूरे मानव शरीर को कंट्रोल करता है। क्योंकि आत्मा के मूल स्वरूप का जो परमाणु संरचना है वह सिलिकॉन से भी मिलती–जुलती संरचना है।.......
और इसिलिये आत्मा क्वांटम क्वार्क ग्लुओन प्लजमा का भी एक जटिल संरचना हैं। क्वांटम क्वार्क ग्लुओन प्लजमा का उदाहरण एक सत्य घतना से जुड़ी हुई हैं। एक दिन की बात हैं मैं सोया हुआ था तो एक अचंभित घटना घटी.. कि मेरा शरीर पलंग पर था और मैं कही खड़ा हो कर अपने भविष्य का दृश्य देख रहा था। यानी मैं खुद देख भी रहा था और सामने जो घटित हो रही थी उसमे भी मैं ही था तथा जस्ट उसके बाद जो घटना घटी, उसमे भी मैं ही था। मैं देख रहा था कि मेरे शरीर पर एक फटा हुआ गंजी है। मैं गति अवस्था में हूं और अचानक मैं गिर जाता हू और आश्चर्यचकित होते हुए बोलता हूं, "अरे मैं कैसे गिर गया...", गिरने के साथ ही मेरी आत्मा शरीर से बाहर निकल जाती है और बाहर निकलते ही एक नया वस्त्र धारण कर लेती है। मतलब एक घटना में एक ही समय में कई मौर्चो पर मेरी ही मौजूदगी थी....इस घटना से क्वेंटम थ्योरी की याद दिलाती है जैसे मेरा शरीर जो पलंग पर है वो सॉलिड स्टेट में है और मैं फिर एक स्थान पे खड़ा होकर एक ऑब्जर्वर के तौर पर जिस घटना को देख रहा हु, वो घटना मेरे साथ ही घट रही हैं। इसीलिए मैं एक ऑब्जर्वर के तौर पर एक पार्टिकल स्टेट में खड़ा हूं। और मेरे सामने जो घटना घटित हो रही है वो मेरी वेव फॉर्म है जिसमे मैं अपने इलेक्ट्रॉन वेव को, एक ऑब्जर्वर के तौर पर डबल वेव स्टेट में देख रहा हूं। मेरे सामने जो घटना घटित हो रही है उसमे मेरा वेव फॉर्म बॉडी रनिंग अवस्था में होता है और अचानक मेरा वेव फॉर्म बॉडी गिर जाती है तथा उसकी मौत हो जाती है, जस्ट उसके पेरलर में मेरे वेव फॉर्म बॉडी की आत्मा बॉडी से निकल कर दूर जा रही होती है। अगर मैं ऑब्जर्व नहीं करू तो मैं पार्टिकल और वेव दोनो फॉर्म में एक आत्मा के रूप में खड़ा हूं। लेकिन यहां मैं अपने ही भविष्य से जुड़े घटना को देख रहा हूं तो मैं एक पार्टिकल हुआ और मेरे सामने जो घटित हो रही है, वहां मैं वेव फॉर्म में हूं जो डबल वेव फॉर्म में घटित होते दिख रही हैं।

And More very soon...

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