बच्चे का पुनर्जन्म :-
हमारे गाँव में विंदे महतो(बदला हुअ नाम) की एक ही लड़की थी, जिसका नाम निभा कुमारी (बदला हुअ नाम) था । विंदे महतो अपने बेटी की शादी बड़े ही धूम-धाम से किया । निभा कुमारी शादी के बाद अपने ससुराल चली गई। शदी के लगभग एक साल बाद निभा को एक पुत्र की प्राप्ती हुई । निभा अपने बच्चे को बड़े प्यार से पालन-पोषण कर रही थी, लेकिन जब बच्चे की उम्र लगभग एक साल पुरा भी नहीं हुआ था कि किसी कारण बस बच्चे की मौत हो गई । बच्चे के परिवार जनो ने पास के ही एक तालाब के किनारे उस बच्चे को दफना दिया । बच्चे के मौत का एक साल गुजर गया । बच्चे को जिस तालाब के किनारे दफनाया गया था, उसी तालाब के दुसरे किनारे की ओर साहु परिवर की बस्ती थी । उस साहु परिवार मे धीरू साह (बदला हुआ नाम) को दो पुत्री और एक पुत्र था । धीरु साह को एक और बच्चे की चाहत थी । धीरु साह की पत्नी जैसे ही गर्भधारण को प्राप्ति हुई, उस बच्चे ने धीरु साह के स्वप्न मे आकर कहा, "मैं आपके पुत्र के रुप मे जन्म लूँगा ।" धीरु ने उससे पूछा, " तुम कौन हो ?" उस बच्चे ने पहचान के लिये धीरु को वहाँ ले गया जहाँ उसे दफनाया गया था । धीरु ने वहाँ जाकर देखा और फिर उस बच्चे को अपने साथ वापस घर ले आया । धीरु की नींद खुली, तब सब कुछ समझ मे आ गया, जो सत्य था । उस बच्चे का पहले जन्म के लगभग एक साल की उम्र मे मौत और फिर मौत के लगभग एक साल बाद फिर से बच्चे की आत्मा को मानव तन में जन्म होने वाली थी । वर्तमान मे वो लगभग 16 वर्ष का है ।

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